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शाखा प्रबंधक सहित बैंक कर्मचारियों की भूमिका की फिर होगी जांच, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के सीईओ ने गठित की टीम, मृत व्यक्ति के नाम केसीसी लोन जारी करने का प्रकरण

चौथा स्तंभ न्यूज लगातार

जांजगीर-चांपा। मृत व्यक्ति के नाम केसीसी लोन निकालकर हजम करने के मामले में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के सीईओ ने जिला सहकारी बैंक चांपा के शाखा प्रबंधक सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ दो सदस्यीय जांच टीम गठित की है। जांच टीम में दीगर जिले के दो सीनियर ब्रांच मैनेजरों को शामिल किया गया है। ये टीम इस प्रकरण से जुड़े सभी दस्तावेज खंगालेगी, तो वहीं आरोप के अनुसार संबंधितों से दस्तावेजों के साथ जवाब लिया जाएगा। उसके बाद मामले में तथ्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

जांच प्रतिवेदन के मुताबिक, चांपा से लगे सिवनी गांव के निवासी मृत व्यक्ति सागर सिंह पिता धवन सिंह के नाम वर्ष 2022-23 में 1 लाख 35 हजार केसीसी लोन समिति प्रबंधक ललित देवांगन ने तैयार किया, इसलिए मामले में पहला दोषी ललित देवांगन को ठहराया गया है। इसी तरह मृत व्यक्ति के नाम केसीसी लोन कोआपरेटिव बैंक चांपा से स्वीकृत हुआ और दो कैशियर खिखेन्द्र पटेल व कैशियर अनुपमा तिवारी सहित लिपिक योगेश राठौर व एक अन्य की मिलीभगत से आहरण किया गया। जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद सहकारी संस्थाएं जांजगीर के उप पंजीयक उमेश गुप्ता ने बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक चांपा की शाखा प्रबंधक को पत्र लिखा था, लेकिन अब तक कार्रवाई की कोई खबर नहीं है। वहीं दूसरी ओर, मृतक सागर सिंह के चचेरे भाई जयमंगल सिंह ने जिला सहकारी बैंक चांपा की शाखा प्रबंधक पर उसके घर आकर जबरन विड्राल फार्म में हस्ताक्षर कराने का आरोप लगाया था। इसके लिए उप पंजीयक ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के सीईओ शारदा प्रसाद सिंह को शाखा प्रबंधक के खिलाफ जांच करने की अनुशंसा की थी। इस पर संज्ञान लेते हुए बिलासपुर के सीईओ ने इस प्रकरण से जुड़े मामले की जांच करने के लिए दो सदस्यीय टीम गठित की है, जिनसे हफ्ते भर के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया है। सीईओ शारदा प्रसाद सिंह ने बताया कि इस टीम में दो सीनियर शाखा प्रबंधकों को शामिल किया गया है, जो दीगर जिले के है। यह टीम पूरे प्रकरण में बैंक कर्मचारियों के भूमिका की जांच बयान और दस्तावेजों के आधार पर करेगी। जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद तथ्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

समिति प्रबंधक को पहले ही नोटिस
इस पूरे प्रकरण में जांजगीर के उप पंजीयक ने सिवनी समिति प्रबंधक ललित देवांगन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बलौदा के सहकारिता विस्तार अधिकारी को पत्र लिखा था। इस पर संज्ञान लेते हुए बलौदा के सहकारिता विस्तार अधिकारी जेके टंडन ने सेवा सहकारी समिति मर्या. सिवनी के प्रभारी समिति प्रभारी ललित देवांगन को नोटिस जारी कर सप्ताह भर के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा है। उनका कहना था कि सेवा सहकारी समिति मर्या. सिवनी के प्रभारी समिति प्रभारी ललित देवांगन को कार्रवाई करने से पहले नोटिस जारी कर सप्ताह भर के भीतर उनसे जवाब मांगा गया है। हालांकि देवांगन ने जांच अधिकारी को अपना बयान दिया था। लेकिन नियम के तहत कार्रवाई करने से पहले समिति प्रबंधक का जवाब आवश्यक है।

उप पंजीयक ने नहीं भेजा प्रतिवेदन
जिला सहकारी केंद्रीय बिलासपुर के सीईओ शारदा प्रसाद सिंह का कहना है कि सहकारी संस्थाएं जांजगीर के उप पंजीयक ने शाखा प्रबंधक के खिलाफ जांच करने की अनुशंसा पत्र में जांच प्रतिवेदन नहीं है, जिसके चलते इस पूरे प्रकरण में बैंक कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जाएगी। इसके लिए टीम गठित कर हफ्ते भर के भीतर जवाब मांगा गया है। हमनें सहकारी संस्थाएं जांजगीर के उप पंजीयक उमेश गुप्ता से भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन किसी कारण से उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। जानकारों का कहना है कि केवल अनुशंसा करने से किसी के खिलाफ भी कार्रवाई या जांच कैसे की जा सकती है। अनुशंसा के साथ जांच प्रतिवेदन और दस्तावेजों को भी शामिल किया जाना चाहिए। लोगों का कहना है कि अब नए सिरे से जांच में फिर से मामले को रफा-दफा करने समय मिल सकता है।