सेवा सहकारी समिति सिवनी चांपा एकबार फिर नए मामले को लेकर सुर्खियों में, जानिए क्या है पूरा मामला
जांजगीर-चांपा। अपने कारनामों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाला सेवा सहकारी समिति सिवनी चांपा एकबार फिर खूब चर्चा में है। फर्जी केसीसी मामले में ललित देवांगन को हटाकर महावीर बरेठ को संस्था प्रबंधक बनाया गया था। लेकिन अब महावीर बरेठ को हटाकर कम्प्यूटर आपरेटर को संस्था प्रबंधक की कुर्सी में बैठा दिया गया है। चंद महीनों के अंतराल में तीन संस्था प्रबंधक के इधर-उधर होने से कई सवाल उठने लगा है।
आपकों बता दें कि हाल ही में सेवा सहकारी समिति सिवनी चांपा में फर्जी केसीसी लोन का मामला सामने आया था। इसमें ललित देवांगन को संस्था प्रबंधक के पद से हटाते हुए उस पर बर्खास्तगी की कार्रवाई हुई थी। ललित देवांगन के कार्यों का जिम्मा महावीर बरेठ को सौंपते हुए उसे संस्था प्रबंधक बनाया गया था। बताया जाता है कि महावीर बरेठ के संस्था प्रबंधक बनना कई लोगों को रास नहीं आ रहा था। इसलिए धान खरीदी के समय भी कार्य के दौरान कई मुश्किले खड़ी की गई। आखिरकार बीते 10 जून 2024 को महावीर बरेठ के खिलाफ बगैर बताए कार्यालय से नदारद रहने को लेकर उसे हटा दिया गया है। उसके स्थान पर कम्प्यूटर आपरेटर को यह जवाबदारी दी गई है। इधर, महावीर बरेठ का कहना है कि बीते 10 जून 2024 को वह अवकाश में था। जिसका आवेदन भी दिया गया था। उसके खिलाफ की गई कार्रवाई से द्वेष की बू आ रही है। क्योंकि उसे पद से हटाने से पूर्व किसी तरह का नोटिस भी नहीं दिया गया। इस तरह की कार्रवाई तो अदालत में न्यायाधीश भी नहीं करते। वहां न्यायाधीश कम से कम आरोपी को उसका पक्ष जानने का मौका देते हैं, लेकिन यहां तो बगैर नोटिस दिए ही कार्रवाई कर दी गई है। इससे समझा जा सकता है कि सेवा सहकारी समिति सिवनी में एकबार फिर नए मामले को लेकर सुर्खियों में है।