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सीएम भूपेश बघेल का निर्देश ताक परः जिम्मेदार अफसर और नेताओं को नहीं आ रही शर्म, खस्ताहाल सड़क से घट रही हायर सेकंडरी स्कूल की संख्या

सक्ती। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिम्मेदार अफसरों को बारिश के तुरंत बाद जर्जर सड़कों की मरम्मत करने और नई सड़क बनाने का निर्देश दिया है, लेकिन सक्ती जिले की सड़कों में मुख्यमंत्री के इस फरमान को कोई असर ही नहीं हो रहा है। यही वजह है कि तौलीपाली से सपिता हायर सेकंडरी स्कूल तक की सड़क को देखकर जिम्मेदारों को शर्म भी नहीं आ रही है, जबकि स्कूली बच्चे इसी कीचड़युक्त सड़क से आवाजाही कर तालीम लेने मजबूर हैं।

सरकार विकास के चाहे लाख दावे करें, लेकिन जमीनी हकीकत में इन दावों की हवा निकल रही है। बारिश में जिले की सड़कों का बुरा हाल है और लोग इसी खस्ताहाल सड़क से आवाजाही करने मजबूर हैं। कीचड़युक्त इस सड़क की खबर अखबारों में सूर्खियां बटोर रही है, फिर भी जिम्मेदार अफसर और जनप्रतिनिधियों ने अपनी आंखें पूरी तरह मूंद ली है। बीते 9 जुलाई को इस समस्या से सपिया गांव के कुछ युवाओं ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया था। तब उन्होंने एक सप्ताह के भीतर इस समस्या का निराकरण करते हुए मुरूमीकरण कराने का भरोसा दिलाया था, लेकिन अब तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अभी सपिया के हाईस्कूल के प्राचार्य ने भी सक्रियता दिखाते पुनः शासन प्रसाशन को खराब सड़क की मरम्मत के लिए जनपद सीईओ को पत्र लिखा है। स्कूल के प्राचार्य कहा है कि ग्राम तौलीपली, दर्रीमुड़ा, झर्रा तथा कर्रापाली के छात्र छात्राएं तालीम लेने स्कूल आते हैं, लेकिन खस्ताहाल सड़क के कारण प्रतिवर्ष छात्र छात्राओं की संख्या बहुत तेजी से कम होते जा रही है। वहीं स्कूल से नाम कटवाए जाने की वजह छात्र छात्राएं खराब सड़क को बताते हैं। सड़क की मरम्मत या निर्माण पर शासन प्रशासन शीघ्र कोई एक्शन नहीं लेते हैं तो आने वाले दिनां इस स्कूल मे विद्यार्थियों की संख्या शून्य हो जायेगी।

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